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नई दिल्ली / डेस्क : महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सस्पेंस पर अब विराम लगने जा रहा है. सीएम पद को लेकर सस्पेंस अब खत्म हो गया. बता दें एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने सीएम फेस को लेकर बड़ा बयान दिया. अजित पवार ने कहा कि, महाराष्ट्र में अगला सीएम बीजेपी का होगा और शिवसेना-एनसीपी का डिप्टी सीएम होगा. इसके साथ ही उन्होंने सरकार गठन में देरी को लेकर भी जवाब दिया. महाराष्ट्र के पुणे में पुणे में अजित पवार ने बयान दिया और कहा कि, महायुति नेता की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि महायुति बीजेपी के सीएम के साथ सरकार बनाएगी और शेष दो दलों के डीसीएम होंगे.यह पहली बार नहीं है जब देरी हुई है, अगर आपको याद हो, 1999 में सरकार गठन में एक महीने का समय लगा था. जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में नई महायुति सरकार के गठन के लिए 5 दिसंबर की शाम मुंबई के आजाद मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में शपथग्रहण समारोह होगा.बीजेपी की प्रदेश इकाई ने आज यह जानकारी दी. हालांकि अभी तक यह घोषणा नहीं की गई है कि, महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा ? इससे पहले महाराष्ट्र में सीएम पर सस्पेंस के बीच लगातार बयानबाजी का दौर जारी था. शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस जल्द ही खत्म हो जाएगा. कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे अगले 24 घंटे में बड़ा फैसला लेंगे. उन्होंने आगे कहा कि, एकनाथ शिंदे जब भी कोई अहम फैसला लेते हैं तो अपने पैतृक गांव जाते हैं. शिरसाट ने आगे कहा कि, जब भी एकनाथ शिंदे को लगता है कि उन्हें सोचने के लिए कुछ समय चाहिए तो वे अपने गांव जाते हैं. जब उन्हें कोई बड़ा फैसला लेना होता है तो वे अपने गांव जाते हैं. महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अटकलों के बीच शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे शुक्रवार को अपने पैतृक गांव सतारा के लिए रवाना हो गए. सुबह दिल्ली से लौटने के बाद एकनाथ शिंदे अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हुए. दिल्ली बैठक को ‘अच्छा और सकारात्मक’ बताते हुए शिंदे के अचानक जाने से बातचीत रुक गई.जिसके कारण महायुति की अहम बैठक रद्द करनी पड़ी. बताया जा रहा है कि, मंत्री पद के बंटवारे को लेकर शिंदे नाराज हैं इसलिए वे गांव चले गए. इसे शिंदे सेना के विधायक भरत गोगावले ने यह कहते हुए हवा दी कि, हमारी सरकार में फडणवीस उपमुख्यमंत्री थे और उनके पास गृह विभाग का था तब शिंदे के उपमुख्यमंत्री रहते हुए गृह विभाग क्यों नहीं होना चाहिए ?