अयोध्या : इस साल की मौनी अमावस्या के खास मौके पर अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में एक विशेष आयोजन किया जा रहा है। इस दिन रामलला के दर्शन के लिए मंदिर प्रशासन ने बड़ा निर्णय लिया है। मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाकर 18 घंटे कर दिया गया है और आज पट भी नहीं बंद होगा, जिससे श्रद्धालु पूरे दिन रामलला के दर्शन कर सकेंगे।
मौनी अमावस्या, जो कि हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है, पर लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं। इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना और आयोजन होते हैं, और श्रद्धालुओं के लिए दर्शन का समय बढ़ाया गया है ताकि अधिक से अधिक लोग इस पवित्र दिन पर श्रीराम के दर्शन कर सकें। पहले मंदिर में सीमित समय के लिए ही दर्शन होते थे, लेकिन इस साल यह समय 18 घंटे कर दिया गया है।
विशेष पूजा और सुरक्षा इंतजाम:
मौनी अमावस्या के दिन मंदिर परिसर में भव्य पूजा और आरती का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। अयोध्या में इस दिन श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूरे क्षेत्र में तैनात रहेंगी ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था ना हो और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। साथ ही, श्रद्धालुओं के लिए मार्गदर्शन और व्यवस्था के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
राम मंदिर का महत्व और श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़:
राम मंदिर का निर्माण और इस प्रकार के आयोजन हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। यह केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और इतिहास का एक प्रतीक बन चुका है। मौनी अमावस्या पर अयोध्या में होने वाली इस विशेष पूजा और दर्शन से श्रद्धालु न केवल धार्मिक रूप से बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी जुड़ेंगे। यह अवसर अयोध्या को एक पवित्र केंद्र के रूप में और भी प्रगाढ़ बना देगा।
श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष अनुभव:
मौनी अमावस्या पर अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे इस दिन को बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाने के लिए अयोध्या आए हैं। रामलला के दर्शन और मंदिर परिसर में होने वाली पूजा उनके लिए एक गहरी आध्यात्मिक अनुभूति का स्रोत बनेगी।
इस वर्ष की मौनी अमावस्या अयोध्या में राम मंदिर के प्रति लोगों के जुड़ाव और आस्था को और मजबूत करने वाला साबित होगा। रामलला के दर्शन के इस खास अवसर पर, मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधा और व्यवस्था सुनिश्चित की है, ताकि वे इस पवित्र दिन का पूरा लाभ उठा सकें।