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प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला में मंगलवार को एक भयावह भगदड़ के कारण 20 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए हैं। हादसा तब हुआ जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ संगम घाट पर स्नान करने के लिए एकत्रित हुई थी। अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल पर स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास जारी हैं, लेकिन आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
महाकुंभ में करीब 9 करोड़ लोग शामिल होने का अनुमान था, जो दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। ऐसे आयोजनों में भीड़ का प्रबंधन एक चुनौती होती है, और इस हादसे के बाद प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। कई घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया है, और घटनास्थल पर राहत कार्य जारी है।
इस हादसे पर विपक्षी दलों के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना की निंदा करते हुए कहा, “यह हादसा पूरी तरह से प्रशासन की बदइंतजामी के कारण हुआ है। अगर सुरक्षा इंतजाम सही होते, तो यह घटना नहीं होती।” उन्होंने प्रशासन से तत्काल प्रभाव से ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बलों की तैनाती की है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। साथ ही, अधिकारियों ने मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। प्रशासन ने यह भी कहा कि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नए उपायों पर विचार किया जाएगा।
सुरक्षा की कमी और प्रशासन की नाकामी:
महाकुंभ मेला में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के एकत्रित होने के कारण भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बन जाता है। भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी है कि प्रशासन पहले से तैयारी करे और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए। यह हादसा प्रशासन की नाकामी को उजागर करता है, और अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या भविष्य में इस तरह के आयोजनों में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं या नहीं।
भविष्य में सुरक्षा के कड़े उपायों की आवश्यकता
इस दुखद घटना से एक बार फिर यह साबित हुआ है कि जब भी लाखों की संख्या में लोग एकत्रित होते हैं, तो सुरक्षा प्रबंधों का सही होना अत्यंत आवश्यक है। प्रशासन को चाहिए कि वह आगामी आयोजनों के लिए पहले से ही मजबूत और व्यवस्थित सुरक्षा योजना तैयार करे, ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।
घायलों को जल्द इलाज की सुविधा
प्रशासन ने इस बात की भी पुष्टि की है कि घायलों को समय पर इलाज की सुविधा दी जा रही है और उनकी हालत में सुधार हो रहा है। अस्पतालों में डॉक्टरों की टीम की तैनाती की गई है, ताकि किसी भी तरह की चिकित्सा सेवा में कोई कमी न रहे।