झारखंड या महाराष्ट्र दोनों जगहों पर जिस प्रकार के जनादेश मिले हैं उसे यह अनुमान लगाया जा सकता है महिला वोटर निर्णायक साबित हुई है। लाड़ली बहना योजना या मईयां योजना ने पूरा समीकरण ही पलट दिया है। महिला ने कर दिखाया कि पुरुष ही सबकुछ नहीं है उन्हें भी हक है कि राजनीति में एक बड़ा गेम चेंजर बन सकती है। इसके पूर्व मध्यप्रदेश में लाड़ली बहना योजना ने भाजपा को सरकार में वापसी कारवाई थी। दोनों राज्यों के नतीजों को देखने के बाद सभी राजनीतिक पार्टियों को सोचना होगा कि कोई भी समीकरण बनाने से पहले महिला वोटर को ध्यान में रखना होगा।
पांच प्रोजेक्ट बदलेगी रांची की तस्वीर, नए साल पर प्रोजेक्ट की मिलेगी सौगात, 2 एलिवेटेड कॉरिडोर, रवींद्र भवन, लाइब्रेरी, सीवरेज की सौगात
लाइव बिहारनई दिल्ली / डेस्क : नए साल में रांची को पांच बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर की सौगात मिलने जा रही है. इससे शहर की दिशा और दशा बदलने वाली है. नए…
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