रांची डेस्क: भारत ने लगातार दूसरी बार विमेंस अंडर-19 टी-20 वर्ल्ड कप जीत लिया है। भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 9 विकेट से हराया। 2023 में हुए पहले टूर्नामेंट को भी भारत ने जीता था।
रविवार को कुआलालंपुर में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी और 20 ओवर में 82 रन ऑलआउट हो गई। जवाब में भारतीय टीम ने 11.2 ओवर में 1 विकेट पर 83 रन का टारगेट हासिल कर लिया। जी त्रिषा ने 33 बॉल पर 44 रन की पारी खेली। उन्होंने 3 विकेट भी झटके थे। त्रिषा प्लेयर ऑफ द फाइनल रहीं। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया। त्रिषा ने अपना अवॉर्ड अपने पिता को समर्पित किया।
जीत के बाद भारतीय कप्तान निकी प्रसाद ने कहा कि,
“हम सभी ने शांत रहने की कोशिश की। हमने बेहद विनम्र रहते हुए अपना काम किया। हम वहां जाकर दिखाना चाहते थे कि हम क्या कर सकते हैं। हमें बेहतरीन सुविधाएं देने के लिए BCCI का शुक्रिया। यह एक खास पल है। टूर्नामेंट की शुरुआत में मैंने कहा था कि हम यहां डोमिनेट करने के लिए आए हैं। साउथ अफ्रीकी टीम वास्तव में अच्छा खेल रही है।”
वहीं हार के बाद दक्षिणी अफ्रीकी कप्तान कायला रेनेके ने कहा-
भावुक हूं, टीम में बहुत सारी भावनाएं थीं, लेकिन जीत नहीं सके। हमने बहुत मेहनत की है। ट्रॉफी घर नहीं ले जा पाना मेरे लिए कठिन है। पहली बार फाइनल में पहुंचना हमारे लिया गर्व का पल था। वह स्पेशल था। क्रिकेट टीम गेम है, लेकिन हम उनके बिना नहीं कर सकते थे। यह 2027 में जोरदार वापसी के लिए प्रेरित करेगा।
आपको बता दें कि फ़ाइनल मुक़ाबले में भारतीय ओपनर जी त्रिषा 44 रन बनाकर नाबाद लौटीं। उन्होंने 33 बॉल की पारी में 8 चौके जमाए। उनके अलावा सानिका चाल्के ने 22 बॉल पर नाबाद 26 रन बनाए।
जी त्रिषा प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहीं। उन्होंने अपना अवॉर्ड पिता को डेडिकेट किया। त्रिषा ने टूर्नामेंट में 309 रन बनाए और 7 विकेट झटके। वे टूर्नामेंट की टॉप स्कोरर भी रहीं।