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रांची/ डेस्क : हेमंत सोरेन झारखंड के 14वीं मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ ली। शपथ लेने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में हेमंत सोरेन ने बड़े फैसले लेकर मजबूती का प्रमाण दिये हैं लेकिन मंत्रिमंडल गठन करना सबसे बड़ी चुनौती बन रही है। सूत्रों के अनुसार झारखंड मुक्ति मोर्चा से छह, कांग्रेस से चार और राष्ट्रीय जनता दल से एक मंत्री बनने की संभावना है। कांग्रेस कोटे से चार मंत्री बनाए जाने की खबर है। लेकिन झामुमो के सबसे बड़ी सहयोगी पार्टो कांग्रेस अभी तक कोई फैसला नहीं कर पा रही है। दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। मंत्री के नाम एलान नाम जाति, धर्म, क्षेत्र को ध्यान में रखकर किया जाएगा। अल्पसंख्यक, सामान्य जाति और अनुसूचित जाति से एक –एक मंत्री बनाए जाएंगे। इसी प्रकार एससी या ओबीसी जाति के एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। प्रमंडल के आधार पर जैसे संथाल परगना, उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर और पलामू प्रमंडल से एक –एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है।
प्रमंडल के हिसाब से कौन मंत्री पद के दावेदार हैं –
संथाल परगना से चार विधायक हैं कांग्रेस से जिसमें प्रदीप यादव, दीपिका पांडे सिंह, इरफान अंसारी और निशत आलम। यहां दीपिका पांडे ऑर प्रदीप यादव को मंत्री बनाया जा सकता है। इरफान अंसारी अल्पसंख्यक कोटे से मंत्री बन सकते हैं। उत्तरी छोटानागपुर से तीन विधायक हैं कुमार जयमंगल (अनूप सिंह ), ममता देवी, श्वेता सिंह । अनुभव के आधार पर कुमार जयमंगल सबसे आगे हैं। कोल्हान से सिर्फ एक विधायक हैं सोनाराम किस्कू। दक्षिणी छोटनागपुर से छह विधायक हैं जिसमें रामेश्वर उरांव, शिल्पी नेहा तिर्की, राजेश कच्छप, सुरेश बैठा, भूषण बाड़ा और नमन विक्सल कोंगारी। रामेश्वर उरांव के नाम सबसे आगे है किन्तु सहयोगी पार्टी को आपत्ति है। पलामू प्रमंडल से दो विधायक हैं जिसमें राधाकृष्ण किशोरऔर रामचन्द्र सिंह।
जाति और धर्म के गणित में कौन फिट …..
अल्पसंख्यक कोटे की बात की जाए तो जामताड़ा से विधायक इरफान अंसारी ऑर पाकुड़ से निशत आलम के नाम सबसे आगे है लेकिन इरफान अंसारी रेस में आगे हैं। सामान्य कोटे से बेरमो के विधायक अनूप सिंह और बोकारो से श्वेता सिंह हैं लेकिन अनूप सिंह ज्यादा अनुभवी हैं। वे दूसरी बार विधायक बने हैं। इसलिए वे मंत्री बन सकते हैं। ओबीसी कोटे से प्रदीप यादव, महगामा से दीपिका पांडे ऑर रामगढ़ से ममता देवी का नाम आगे है। इन सब में प्रदीप यादव का कद सबसे बड़ा है। लेकिन दीपिका पांडे की कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से बेहतर संपर्क होने के कारण उन्हें भी फायदा हो सकता है। एसटी कोटे से सोनराम किस्कू, खिजरी से राजेश कच्छप, मांडर से शिल्पी नेहा तिर्की, सिमडेगा से भूषण बाड़ा, कोलेबीरा से नमन विक्सल कोंगारी, लोहरदगा से रामेश्वर उरांव का नाम शामिल है। इनमें रामेश्वर उरांव का नाम सबसे आगे है। एससी कोटे की बात की जाए तो कांके से सुरेश बैठा और छतरपुर से राधाकृष्ण किशोर हैं। राधाकृष्ण किशोर मंत्री पद के रेस में आगे हैं।