श्रवण आकाश की रिपोर्ट
खगड़िया : विश्व महामारी कोरोना के कारण मार्च महीने से लगातार बंद पड़े निजी विद्यालय के संचालकों सहित शिक्षक व शिक्षोत्तर कर्मियों का आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई है। जिसको लेकर आज निजी विद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षार्थी बचाओ यात्रा का आयोजन किया गया। इसमें शामिल खगड़िया जिला के सभी प्रखण्डों में संचालित सभी निजी विद्यालय संचालक एवं शिक्षक थे। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए सभी विद्यालयों के अपने सभी शिक्षकों सहित कार्यक्रम स्थल समाहरणालय खगड़िया के बाहर मे किया गया है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता निजी स्कूलों और चिल्ड्रेन वाॅलफेयर एसोसिएशन खगड़िया के अध्यक्ष प्रभाकर प्रभात के द्वारा किया जा रहा है। यह आंदोलन सरकार के दोरंगी नीति के विरोध में आयोजित की गई है।
निजी विद्यालयों के संचालकों का कहना है कि विद्यालय प्रबन्धन को अभिभावक शिक्षण शुल्क न के बराबर दे रही है, परन्तु सरकार इन विद्यालयों से गाड़ी का टैक्स, ई एम आई, बिजली बिल होल्डिंग टैक्स आदि ले रही है। मकान मालिक किराए के लिए दबाब बना रहे हैं तो ऐसी स्थिति में सरकार से विशेष आर्थिक पैकेज की माँग करते हैं, साथ ही साथ सभी निजी विद्यालयों को सुचारू रूप से चलाने की अनुमति दी जाए। अन्यथा बहुत सारे विद्यालय बन्द हो जाएँगे और शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे। फिर शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जायेगी।