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नई दिल्ली / डेस्क : राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट राजस्थान में आयोजित हो रहा है. आज पीएम सुबह करीब 10:10 बजे जयपुर पहुंचे. यहां सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट का उद्घाटन किया. दोपहर करीब साढ़े बारह बजे तक मोदी कार्यक्रम में रहे. कार्यक्रम में पीएम मोदी ने संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, राजस्थान राइजिंग तो है ही रिलायबल भी है. राजस्थान रिसेप्टिव भी है. समय के साथ खुद को रिफाइन करना भी जानता है. चुनौतियों से टकराने का नाम राजस्थान है. नए अवसर बनाने का नाम है राजस्थान. राजस्थान के इस आर फैक्टर में एक और नाम जुड़ गया है. राजस्थान के लोगों ने भारी बहुमत से रिस्पोंसिव रिफॉर्मिव सरकार बनाई है. जिस तरह राजस्थान का क्षेत्रफल बड़ा है, उसी तरह यहां के लोगों का दिल भी बहुत बड़ा है. इसके बाद जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे और हरियाणा के लिए रवाना हुए. इस समिट में एक खास बात देखने को मिली. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, जो कि लंबे अरसे से राज्य की सियासत से नदारद थीं. वह समिट में पीएम मोदी के दौरे के दौरान पूरी तरह से एक्टिव नजर आ वसुंधरा राजे ने पहले तो पीएम मोदी को एयरपोर्ट पर अगवानी की और उसके बाद वो उनके साथ उद्घाटन सत्र में भी पूरे वक्त मौजूद रहीं. उद्घाटन सत्र के बाद, वसुंधरा ने मीडिया से भी बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, आज जो देखने को मिला है. उसका फल आएगा. राजस्थान पर इसका पूरा असर होगा. आज जो आप देख रहे हैं, ये जमीन पर आते ही नौकरी और इकोनॉमी के साथ राजस्थान का रंग बदलने का मौका मिलेगा. वसुंधरा राजे ने कहा कि, ये बहुत अच्छी बात है. मेरी भगवान से प्रार्थना है कि, जिस निवेश की बात समिट में हो रही है वो जल्दी से जमीन पर आए ताकि राजस्थान का विकास हो सके और लोगों को ज्यादा रोजगार मिल सके. वहीं समिट में आए लोगों में वसुंधरा को लेकर क्रेज नजर आया और लोग वसुंधरा के साथ सेल्फी लेते और तस्वीरे खिंचवाते नजर आए. राइजिंग राजस्थान समिट में वैसे तो राज्य के सभी विधायकों को निमंत्रण भेजे गए थे, लेकिन कुछ लेट लतीफ विधायक और नेता ऐसे भी थे. जिन्हें उद्घाटन सत्र में भीतर प्रवेश से रोक दिया गया. इनमें वो विधायक नेता शामिल थे जो पीएम के आने से चंद मिनट पहले समारोह स्थल पहुंचे थे. पीएम के प्रोटोकॉल की वजह से आयोजन स्थल के प्रवेश द्वार खाली करवा लिए गए थे और तब किसी को भीतर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी. इसी दौरान कुछ नेता विधायक भीतर जाने के लिए पीएम के सुरक्षा दस्ते से उलझते नजर आए, लेकिन इनको अंदर जाने की इजाजत नहीं मिल सकी.