अरविंद अकेला, मुजफ्फरपुर
मुज़फ़्फ़रपुर में तिरहुत दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि०, मुजफ्फरपुर डेयरी का भ्रमण राज्य के पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने किया। संघ के प्रबंध निदेशक एच.एन. सिंह ने उन्हें डेयरी के इतिहास, विकास, व्यापार, लोकोपयोगी कार्यकलाप एवं सरकार के नीति जल, जीवन, हरियाली में अपनी भागीदारी से संबंधित सारे कार्यकलाप की जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी। जिसकी सराहना मंत्री ने अपने उदबोधन में की। संघ अध्यक्ष नागेश्वर राय ने स्वागत भाषण दिया। संघ के मुद्दों को ज्ञापन के रुप में मंत्री को सौपा ।
जिसमें ये है मांगें..
1. कॉटी स्थित पशु आहार कारखाना की लीज अवधि 20 वर्षों के लिए बढ़ाने की आवश्यकता।
2. तिमुल परिसर के दोनो भुखंण्ड में तालाब निर्माण कराने का अनुरोध।
3. मोतिहारी में 50 हजार लीटर क्षमता का पैकेजिंग स्टेशन बनाने की आवश्यकता।
4. मुजफ्फरपुर डेयरी में जलजमाव एवं पानी निकासी की समस्या।
5. तिमुल में मिनेरल मिक्सचर प्लांट की स्थापना इत्यादि।
मंत्री ने इन्हें गंभीरता से लेते हुए सरकार की ओर से आश्वस्त किया कि सभी मुद्दों पर विचार करते हुए निश्चित रूप से समस्या का समाधान किया जायेगा।कार्यक्रम में उपस्थित साहेबगंज विधायक राजू सिंह ने भी डेयरी के विकास एवं विस्तार में हरसंभव मदद करने का अनुरोध मंत्री महोदय से किया। निदेशक मंडल के सदस्यों द्वारा पशुशाला के निर्माण की योजना संघ द्वारा कियान्वयन करने के आग्रह पर भी मंत्री महोदय ने सहमति जतायी। उन्होने विकासोन्मुखी, किसानोन्मुखी व रोजगारोन्मुखी विचारों के साथ पशु पालकों एवं डेयरी उधोग के विकास एवं विस्तार के लिए बहुआयामी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए संघ को हरसंभव मदद करने का आश्वसान दिया गया। उक्त अवसर पर निदेशक मंडल के सदस्य नंदकिशोर राय, विजय कुमार, मुकेश राम, देवनंदन साह, सुपौल दुग्ध संघ के अध्यक्ष देवनारायण यादव के अलावा संघ के वरीय पदाधिकारीगण अरविन्द कुमार सिंह, प्रभाकर सिन्हा, फूल कुमार झा, ज्ञानशंकर, सुरेश कुमार गुप्ता, पूर्णिमा कुमारी, प्रतिमा सिन्हा, रामाकांत ठाकुर, मुकुल, विवेक कुमार झा, आदर्श कुमार झा,संजीव कुमार, संजय कुमार, राममिलन साह, चन्दन कुमार सहित कार्यरत दर्जनों कार्यकर्ताओं ने मंत्री एवं अतिथियों का स्वागत बुके, माला, चादर एवं मोमेंटो इत्यादि देकर किया। कार्यक्रम का संचालन उमाकान्त ठाकुर ने किया। कार्यक्रम में सैकड़ों दुग्ध उत्पादकों एवं डेयरी के रिटेलर, वितरकों ने भी अपनी भागीदारी निभायी।