नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर 12 दिन से डटे किसानों ने आज यानी मंगलवार को ‘भारत बंद’ बुलाया है। यह भारत बंद सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक रहेगा। किसानों के समर्थन में कांग्रेस, एनसीपी, सपा और ‘आप’ समेत 18 से ज्यादा विपक्षी दलों ने भी सरकार के खिलाफ ताल ठोक दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को किसानों के बीच पहुंच गए तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी सड़कों पर उतरे। उधर, सरकार ने घोषणापत्रों का जिक्र कर विपक्ष को घेरा।
किन-किन पार्टियों का मिला है समर्थन
कांग्रेस, एनसीपी, वामदल, शिवसेना, सपा, अकाली दल, राजद समेत 18 से ज्यादा विपक्षी दलों ने भारत बंद को समर्थन दिया है। उनके अलावा 10 केंद्रीय ट्र्रेड यूनियन ने नैतिक समर्थन दिया है। साथ ही, रेलकर्मियों के संगठन बैंक यूनियन, व्यापारियों की कई संस्थाएं दिल्ली-एनसीआर में मंडी समितियां, वकीलों के कुछ संगठन, खाप पंचायतों ने समर्थन दिया है।
किसानों की तरफ से मंगलवार को बुलाए भारत बंद से ठीक पहले केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी भेजी है। केन्द्र की तरफ से किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के साथ ही कानून और शांति व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।