![](https://livebihar.in/wp-content/uploads/2024/12/farmer-leader.jpg)
लाइव बिहार
नई दिल्ली / डेस्क : हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को पूरे 23 हो गए है. जगजीत सिंह डल्लेवाल अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए है, लेकिन सरकार किसानों की मांगों के आगे अभी तक झुकती नजर नहीं आ रही. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 70 साल के है और उन्हें मल्टीपल ऑर्गन फेलियर का भी खतरा है. डल्लेवाल पहले से ही कैंसर के मरीज हैं. अनशन से उनका ब्लड प्रेशर भी लो हो रहा है, जिससे हार्ट अटैक भी आ सकता है. उनकी देखरेख करने वाली सरकारी डॉक्टरों की टीम उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की सिफारिश कर रही है. हालांकि, डल्लेवाल फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के कानून समेत 13 मांगें पूरी न होने तक अनशन खत्म करने से मना कर चुके हैं. किसान नेता डल्लेवाल की हालत को लेकर अलग-अलग मेडिकल एक्सपर्ट्स अपनी राय भी दी है. सबका यही कहना था कि, अगर जल्द उनका आमरण अनशन तुड़वाकर अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया तो स्थिति बिगड़ सकती है. मोहाली के लिवासा अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. प्रियांशु ने कहना है कि, डल्लेवाल का भूखे रहना चिंताजनक है. इस उम्र में शरीर के कई अंग बढ़ती आयु के साथ वैसे ही कमजोर पड़ जाते हैं. इस उम्र में भूखे रहना शरीर के लिए ठीक नहीं है. डल्लेवाल कैंसर के मरीज भी हैं. डॉक्टरों की ट्रीटमेंट एडवाइज वाले मेडिकल जर्नल के अनुसार भी कैंसर पीड़ित या कैंसर ट्रीटमेंट ले रहे मरीज को लंबी फास्टिंग नहीं करने दी जाती और दूसरी ओर डल्लेवाल 23 दिन से सिर्फ पानी पी रहे हैं. ज्यादा समय तक भूखे रहने से उन्हें मालन्यूट्रिशन का खतरा है. इससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता यानी इम्यूनिटी कम हो जाती है. इससे किडनी और लिवर पर बुरा असर पड़ता है. इसके अलावा डल्लेवाल बुजुर्ग हैं और कैंसर होने के बावजूद वे लंबे टाइम से भूखे रह रहे हैं. ऐसे में उनका शुगर लो हो सकता है. यह उनके मल्टीपल ऑर्गन फेलियर का कारण बन सकता है. डल्लेवाल की देखरेख करने वाले डॉक्टरों की जांच रिपोर्ट के अनुसार, उनके शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ रहा है. क्रिएटिनिन वेस्ट प्रोडक्ट है, जो मांसपेशियों के टूटने से बनता है. सामान्य स्थिति में किडनी इसे रक्त से छानती है और यूरीन के रूप में शरीर से बाहर निकाल देती है, लेकिन, डल्लेवाल के मामले में यह क्रिएटिनिन खून में जमा हो रहा है. इससे उनका ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट गिरता जा रहा है. इसका मतलब उनकी किडनी की खून को फिल्टर करने की क्षमता घट रही है. उनके शरीर में कीटोन्स का लेवल भी बढ़ा हुआ है. इससे उनका खून जहरीला हो सकता है. ऐसे में किडनी फेल हो सकती है. किसान नेता जगजीत डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता जता चुका है. 13 दिसंबर को सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि, आंदोलन से ज्यादा जान जरूरी है. इसके बाद पंजाब सरकार और केंद्र सरकार को आदेश दिए गए कि, वह तत्काल डल्लेवाल को डॉक्टरी मदद उपलब्ध कराएं.