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नई दिल्ली / डेस्क : BPSC की परीक्षा को लेकर छात्र का प्रदर्शन कर रहे है. बता दें 13 दिसंबर को BPSC की प्रारंभिक परीक्षा होनी है. इसके नियमों में बदलाव को लेकर BPSC ऑफिस के बाहर आज अभ्यर्थी प्रदर्शन करने लगे. आज BPSC दफ्तर के बाहर सैकड़ों की संख्या में छात्र और अभ्यर्थी इकठ्ठा होकर नारेबाजी करने लगे. जिसके बाद पुलिस को स्थिति को काबू में करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा. सारे बवाल के बाद अब BPSC की ओर से इसको लेकर सफाई दी गई है. जिसमें कहा गया है कि, नॉर्मलाइजेशन 71वीं BPSC परीक्षा से लागू होगा. अभ्यर्थियों की मांग है कि, BPSC ने जो नए नियम लागू किए हैं. वह अनावश्यक और भेदभावपूर्ण है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि, नियमों में अचानक बदलाव के कारण उन्हें काफी परेशानी होगी. इस बदलाव से उनकी तैयारी पर असर पड़ेगा, जिससे उनका भविष्य प्रभावित होगा. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर आयोग ने उनकी मांगें नहीं मानी, तो वह अपना आंदोलन और तेज करेंगे. असल में BPSC की परीक्षा में कुछ बदलाव की बात कही जा रही है. परीक्षा में परसेंटाइल और नॉर्मलाइजेशन लागू किया गया है. जिसकी वजह से अभ्यर्थियों के भविष्य सुरक्षित नहीं हो पाएगा. दूसरी बार BPSC का कहना है कि, इस नियम से पेपर लीक रोका जा सकेगा. BPSC चेयरमैन रवि मनु भाई परमार की ओर से कहा गया है कि, नॉर्मलाइजेशन अगली परीक्षा से लागू होगा. इस परीक्षा से यह लागू नहीं किया गया है. उन्होंने अभ्यर्थियों से की अपील की है कि, नॉर्मलाइजेशन जब अभी लागू नहीं हुआ है, तो अभ्यर्थी विरोध क्यों कर रहे हैं. उनकी तरफ से कहा गया है कि, विज्ञापन में सभी बातों की जानकारी दी गई थी. परीक्षा की तैयारी छोड़कर बेवजह प्रदर्शन करना गलत है. आयोग की तरफ से कहा गया है कि, जब एक शिफ्ट और एक ही दिन में परीक्षा ली जा रही है, तो नॉर्मलाइजेशन कहां लागू हुआ. आपको बता दें अभ्यर्थियों के प्रदर्शन में पहुंचे बिहार के चर्चित शिक्षक खान सर को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें गर्दनीबाग थाने ले जाया गया. उनके साथ छात्र नेता दिलीप भी हिरासत में लिए गए. खान सर ने प्रशासन पर सख्त तेवर अपनाते हुए कहा कि, चाहे लाठीचार्ज हो या जेल, लेकिन जब तक नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया वापस नहीं ली जाएगी. आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने ऐलान किया कि, यह अनिश्चितकालीन धरना है और वे अभ्यर्थियों के साथ खड़े रहेंगे. खान सर ने अभ्यर्थियों की मांगों को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि, आवेदन प्रक्रिया के दौरान भी अभ्यर्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा था.