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नई दिल्ली / डेस्क : AAP विधायक नरेश बाल्यान की मुश्किलें बढ़ गई है. जबरन वसूली के बाद मकोका मामले में अब नरेश बाल्यान को गिरफ्तार कर लिया गया है. वसूली मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट से नरेश बाल्यान को जमानत मिल गई, लेकिन जमानत के बाद दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने उन्हें मकोका मामले में गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने के बाद, क्राइम ब्रांच के ऑफिस ले गई है. बता दें नरेश बालियान की गिरफ्तारी पर उनके वकील डॉ.एनसी शर्मा ने कहा कि, हम मकोका के तहत गिरफ्तारी के आधार को चुनौती देंगे. इसमें कुछ प्रावधान हैं, लेकिन पुलिस ने उनका पालन नहीं किया है. पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है. FIR और कानून के मुताबिक उनकी गिरफ्तारी पूरी तरह से अवैध है. एनसी शर्मा ने आगे कहा कि, जैसा कि मैंने कहा कि अभी हम भी अंधेरे में हैं और पुलिस भी अंधेरे में हैं. पुलिस के पास भी कुछ नहीं है जो कह सकें कि क्या है ? पुलिस को एफआईआर का नहीं पता. अगस्त 2024 में नंदू गैंग के खिलाफ जो FIR हुई थी वो उसमें कोई नई FIR नहीं हुई है. 16 अगस्त 2024 को एक FIR हुई थी, उससे 165/24 एजीएस में उसके तहत पुलिस पूछताछ करने की कह रही है. किसी व्यक्ति को केवल कह देने से मकोका के तहत जेल में नहीं डाला जा सकता है. हम कोर्ट में मकोका के तहत की गई गिरफ्तारी को चैलेंज करने वाले है. दूसरी ओर नरेश बालियान की मकोका के तहत गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने भी कहा कि, झूठे केस में हम सब लोगों को अंदर डाला जा रहा है. पांच साल का संघर्षमय समय रहा है. जब इनको किसी को झूठे केस में फंसाना होता हैं, तो उसपर PMLA या मकोका लगा देते हैं. जिस आदमी पर मकोका नहीं लग सकता है, उस पर भी मकोका लगा रहे हैं. दरअसल AAP विधायक नरेश बाल्यान को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम 30 नवंबर 2024 को जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया था. जिसके बाद से बाल्यान पुलिस हिरासत में थे. जहां उनसे लगातार पूछताछ हो रही थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने AAP विधायक नरेश बाल्यान से पूछताछ के लिए कोर्ट से 14 दिनों की न्यायिक हिरासत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने पुलिस की याचिका को खारिज कर दिया और AAP विधायक को जमानत दे दी गई. आपको बता दें नरेश बाल्यान उत्तम नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं. इससे पहले साल 2015 में भी उन्होंने इस सीट से AAP के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. AAP के गठन के पहले से ही, नरेश बाल्यान राजनीति में सक्रिय रहे हैं.