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रांची/ डेस्क : प्रयागराज महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए देश –विदेश से 45 करोड़ श्रद्धालुओं को आने की उम्मीद जताई जा रही है। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाली महाकुंभ की भव्य तैयारी चल रही है। इन सब के बीच उत्तर प्रदेश सरकार के दो मंत्री महाकुंभ-2025 के लिए न्योता देने के लिए झारखंड पहुंचे हैं। बता दें कि महाकुंभ -2025 के लिए भारत के सभी राज्यों को न्यौता दिया जा रहा है। इसी क्रम में झारखंड के लोगों को भी न्योता देने योगी सरकार के दो मंत्री झारखंड पहुंचे ऑर रोड –शो किया। यूपी सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और जेल राज्यमंत्री सुरेश राही राजधानी रांची पहुंचकर महाकुंभ की जानकारी पत्रकारों को दी। सनातन धर्म में कुम्भ का बहुत बड़ा महत्व है ऑर करोड़ो हिन्दू कुम्भ मेला में एकत्रित होते हैं जहां नदी में स्नान किया जाता है। 12 साल के बाद कुम्भ का आयोजन होता है। कुम्भ मेला का आयोजन भारत के चार पवित्र नदियां ऑर चार तीर्थस्थानों पर आयोजित किया जाता है। प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक उज्जैन में कुम्भ का आयोजन होता है। प्रयाग में (गंगा , यमुना ऑर सरस्वती ) का संगम है, हरिद्वार में गंगा, नासिक में गोदावरी ऑर उज्जैन में शिप्रा नदी है।
2025 में महाकुंभ किस शहर में लगने वाला है –
इस बार 2025 में महाकुंभ प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा। महाकुंभ मेले का शुरुआत पौष माह के पूर्णिमा के दिन से होगा ऑर समापन महाशिवरात्रि पर होगा। 2025 में जानें शाही स्नान की तिथियाँ–13 जनवरी 2025 प्रथम शाही स्नान पौष पूर्णिमा के दिन 14 जनवरी 2025- मकर संक्रांति के शुभ अवसर के दिन 29 जनवरी 2025- मौनी अमावस्या के दिन 3 फरवरी 2025- बसंत पंचमी के दिन 12 फरवरी 2025- माघ पूर्णिमा के दिन 26 फरवरी 2025- महाशिवरात्रि के शुभअवसर पर शाही स्नान किया जाएगा कुंभ का महत्व-धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुम्भ का आयोजन उन चार पवित्र जगहों पर किया जाता है जहां समुद्र मंथन के दौरान अमृत की कुछ बूंदें इन स्थानों पर गिरी थी। कुम्भ में भाग लेने वाले श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं ऑर भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।