पहला प्यार, पहली कमाई, पहली गाड़ी…और जीवन में वो सब कुछ जो पहली बार होता है, उन सबकी याद और उनसे लगाव जिंदगी भर बना रहता है.
लेकिन, क्या यह लगाव इतना हो सकता है कि जब किसी की पहली कार पुरानी हो जाए तो उसे बेचने या रखने के बजाय, वो उसे अपने परिवार का सदस्य मानकर उसका बाकायदे अंतिम संस्कार करे!
ऐसा वाकया हुआ है गुजरात के अमरेली जिले के पदरसिंगा गांव में, जहां संजय पोलरा नामक व्यक्ति एवं उनके परिवार ने अपनी पहली कार के पुरानी हो जाने पर उसे बेचने या हटाने के बजाय उसका भव्य “दफन समारोह” आयोजित किया गया. जिसमें धार्मिक गुरूओं के निर्देशन पर हजारों लोगों की मौजूदगी में संजय पोलरा एवं उनके परिवार ने अपनी पुरानी वेगनआर कार को 15 फीट गहरे कब्र में दफना दिया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संजय पोलरा एवं उनके परिवार को अपनी कार के दफन समारोह को आयोजित करने में चार लाख रुपए खर्च हुए. गाजे-बाजे के साथ हुए इस दफन समारोह में दावत के साथ-साथ दूसरी अन्य व्यवस्थाएं भी थीं.
कार के दफन समारोह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें दिखता है कि वैदिक मंत्रोच्चार के बीज सजी-धजी वैगनआर कार को बैक गियर में कब्र के अंदर ले जाया जाता है. और फिर उसे दफन कर दिया जाता है. कार के दफन स्थल पर संजय पोलरा एंव उनके परिवार की योजना अब पेड़ लगाने की है.
मीडिया से बातचीत में संजय पोलरा बताते हैं, “मैंने यह कार लगभग 12 साल पहले खरीदी थी, और इससे परिवार में समृद्धि आई. व्यवसाय में सफलता देखने के अलावा, मेरे परिवार को भी सम्मान मिला. यह वाहन मेरे परिवार और मेरे लिए लकी साबित हुआ. इसलिए, मैंने इसे बेचने के बजाय, इसे श्रद्धांजलि के रूप में अपने खेत में समाधि दे दी. “
संजय पोलरा की कार के भव्य दफन समारोह का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग इसपर अपने इमोशनल कॉमेंट दे रहे हैं और अपनी भी पुरानी और पहली चीजों को याद कर रहे हैं.